टैटू पै दिल के तीर का टैटू बना दिया

 

टैटू पै दिल के तीर का टैटू बना दिया

माख़ौल जैसी बात को मौजू बना दिया

 

पल भर को तो लगा कि हमीं पर फ़िदा है वह

फिर जल्द ही समझ गए बुद्धू बना दिया

 

ज्यों ही नज़र मिली कि सभी झूमने लगे

सारी की सारी बज़्म को लट्टू बना दिया

 

तनक़ीद मत समझना फ़क़त एक बयान है

हालात ने गृहस्थ को साधू बना दिया

 

वो थी हमारे पास हमारे ही पास थी

जिसकी तलाश ने हमें आहू बना दिया

 

धरती भी स्वर्ग से कोई कमतर नहीं थी पर

एहसासे-कमतरी ने त्रिशंकू बना दिया

 

वो जानता था हैरतें बदलाव लाएँगी

कुछ ज़ावियों को जोड़ के जादू बना दिया

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें