राज़ खुल भी गया तो क्या होगा
बस हक़ीक़त से सामना होगा
अगली बारिश को मुन्तज़िर है वह
उसका दुख वो ही जानता होगा
आसमाँ छूने को गया था वह
सीढ़ियों से फिसल गया होगा
बैग अब पैक मत करो प्यारे
प्लेन टेक ऑफ कर चुका होगा
भूल सकता नहीं है वो मुझको
ब्लड शुगर ने करम किया होगा
दिल चुराकर मैं हो गया हूँ छू
वो रिकॉर्डिंग खँगालता होगा
यों ही रूठी नहीं ख़ुशी उससे
उसने ख़ुशियों को ग़म कहा होगा
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