लिख दिया होता अगर हमने तमाशा होता


लिख दिया होता अगर हमने तमाशा होता।
सच कहा होता अगर हमने तमाशा होता।।

सारे ख़त तुमने कलेजे से लगा रक्खे हैं।
ये किया होता अगर हमने तमाशा होता।।

तुम जो दुनिया को जताने में बहुत हो मशगूल।
कह दिया होता अगर हमने तमाशा होता।।

जाम जो तुमने बढ़ाया था हमारी जानिब।
पी लिया होता अगर हमने तमाशा होता।।

टूट कर ख़ुद ही गिरा था वो हसीं गुल हम पर।
टच किया होता अगर हमने तमाशा होता॥

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