हमारे बाद हमारा ख़याल रखने को।
किसे बसाओगे दिल में मलाल रखने को।।
सही समय पै मुआफ़िक जवाब मिलते हैं।
बहुत तलाश किया तुम मगर मिले ही नहीं।
उदास लमहों में गालों पै गाल रखने को।।
भले न आओ, न आओ, मगर मेरे हमदम।
कोई निशानी तो भेजो मिसाल रखने को।।
फिर एक बार वही सर्दियों का मौसम है।
चले भी आओ न शानों पै शाल रखने को।।
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