उजालों के बिना दीदार मुमकिन हो न पायेगा।
अँधेरे हों तो आईना भी हमको क्या दिखायेगा ।१।
हरिक अच्छे-बुरे पहलू को मिल-जुल कर दिखा देंगे।
मगर तब, जब कोई कुछ आईनों के बीच आयेगा।२।
हुनरमंदो तुम अपनी पैरवी ख़ुद क्यों नहीं करते।
वगरना कौन है जो आईनों को हक़ दिलायेगा ।३।
मुसाफ़िर सैर में मशगूल, नाविक
नोट गिनने में।
नदी जब सूख जायेगी, हमें
तब होश आयेगा ।४।
अगर लहरों पे रहना है, तो
आँखें भी खुली रक्खो।
ज़रा भी चूक होगी तो समन्दर लील जायेगा।५।
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